रतलाम: रतलाम में पुलिस का एक अनोखा चेहरा देखने को मिला है, जहां अपराधियों को पकड़ने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जानी जाने वाली पुलिस ने एक महिला आरक्षक की गोद भराई का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में थाने के स्टाफ ने एक परिवार की तरह मिलकर तैयारी की, जिसमें थाने के टीआई ने पिता की भूमिका निभाई। दीनदयाल नगर थाना परिसर को इस तरह सजाया गया कि यह एक मांगलिक समारोह का आभास दे रहा था, जिसमें गुब्बारे और अन्य सजावट शामिल थी।

साथियो ने किया आयोजन, दिया सरप्राइज 

इस विशेष आयोजन में थाने के सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इस तरह से शामिल हुए जैसे वे महिला आरक्षक के करीबी रिश्तेदार हों। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया, जिससे यह साबित होता है कि पुलिस केवल कानून के रखवाले नहीं, बल्कि समाज के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में भी कार्य करती है। इस प्रकार के आयोजनों से पुलिस और समुदाय के बीच की दूरी कम होती है और एक सकारात्मक छवि बनती है।

पति ड्यूटी के चलते कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके 

महिला आरक्षक शानू, जो धार जिले के गंधवानी की निवासी हैं, का ससुराल मनावर में है और वह रतलाम में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके पति इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। सास-ससुर दूर रहते हैं तथा पति मोहन धारवे रतलाम में ही यातायात थाने पर पदस्थ है. जावरा में ड्यूटी होने के कारण पति कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। 

इस प्रकार के आयोजनों से न केवल शानू को समर्थन मिला, बल्कि यह भी दर्शाया कि पुलिस बल एकजुटता और सहानुभूति के साथ काम करता है।