जाली प्रमाण पत्र की बढ़ती घटनाओं के बीच सीबीआई जांच की मांग
भुवनेश्वर । ओडिशा सर्किल के भारतीय डाक विभाग ने राज्य में जाली प्रमाण पत्र की बढ़ती घटनाओं के बीच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच करने का आग्रह किया है। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पोस्ट मास्टर जनरल (पीएमजी) ने फर्जी प्रमाण पत्र रैकेट की जांच के लिए भुवनेश्वर के सीबीआई एसपी को एक पत्र लिख कर आग्रह किया है। प्रवक्ता के मुताबिक, डाक विभाग ने पाया कि ग्रामीण डाक सेवा (जीडीएस) की नौकरी के लिए उम्मीदवारों द्वारा जमा किए गए कुछ प्रमाण पत्र फर्जी थे। उन्होंने कहा कि डाक विभाग में नौकरी पाने के लिए कुछ अभ्यर्थियों ने नकली प्रमाणपत्रों एवं जाली अंकसूचियों का उपयोग किया।
दरअसल डाक विभाग ने 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर जीडीएस के तहत पोस्टमास्टर और सहायक पोस्टमास्टर के पद के लिए लगभग 1,100 उम्मीदवारों का चयन किया है। उम्मीदवारों के चयन के लिए कोई लिखित या मौखिक परीक्षा की आवश्यकता नहीं है। बोलांगीर जिले में धोखाधड़ी की घटनाएं तब सामने आईं जब विभाग ने आवेदकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन शुरू किया। उन्होंने बताया कि 37 अभ्यर्थी इसतहर के मिले जिन्होंने 10वीं की परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इन सभी उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से प्रमाणपत्र प्राप्त किए हैं। इसके बाद विभाग ने सभी अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया।