Krishna Janmashtami 2023: हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 07 अगस्त 2023 को है। कृष्ण भक्तों द्वारा यह पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग व्रत रखते हैं और मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि मे हुआ था, इसलिए कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा रात में ही की जाती है। साथ ही रात्रि जागरण भी होते हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। जन्म के बाद लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराया जाता है। साथ ही बाल गोपाल का श्रृंगार किया जाता है। उन्हें सुंदर वस्त्र, बांसुरी, मोरपंख, काजल, मुकुट, पाजेब जैसी चीजों से सजाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कृष्ण जन्माष्टमी पर कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार... 

वस्त्र
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पीले, हरे, लाल, मोरपंख से बने वस्त्र, फूलों वाले वस्त्र, मीनाकारी, जरदोरी जैसे वस्त्र लड्डू गोपाल को पहना सकते हैं। इससे कान्हा आप पर प्रसन्न होंगे। 

बांसुरी
बांसुरी कान्हा की सबसे प्रिय वस्तु है। इसके बिना कान्हा का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप छोटी सी बांसुरी कान्हा के हाथों मे रखें।

मोर मुकुट
श्रीकृष्ण को मोरपंख अतिप्रिय होता है, इसलिए जन्माष्टमी के दिन उन्हें मोर मुकुट जरूर पहनाएं। ऐसा करने से कान्हा प्रसन्न होंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे। 

माला
जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को मोतियों की माला या फिर वैजयंती की माला पहनाएं। आप चाहें तो पीले या लाल फूलों से बने माला भी कान्हा को पहना सकते हैं।

टीका
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को माथे पर रोली और चंदन का टीका लगाएं। इससे आपके जीवन में शीतलता आएगी। 

कड़े और बाजूबंध
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजा के समय चांदी या सोने के कड़े से लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें। इससे जीवन में आ रही बधाएं दूर होती हैं। 

कुंडल
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन कृष्ण कन्हैया के कानों में सोने, चांदी या मोती से बने कुंडल जरूर पहनाएं। 

पाजेब और कमरबंध
भगवान श्री कृष्ण की कृपा पाने के लिए चांदी से बने पाजेब या पायल बाल गोपाल के चरणों में जरूर पहनाएं। साथ ही कमर में कमरबंध भी पहनाएं।