बंगाल में भाजपा के बुलाए बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित
कोलकाता । उत्तरी दिनाजपुर जिले के कालियागंज में एक राजबंगशी युवक और पार्टी कार्यकर्ता मृत्युंजय बर्मन की कथित तौर पर पुलिस फायरिंग में मौत को लेकर भाजपा द्वारा 12 घंटे के बंद के आह्वान के बाद उत्तर बंगाल के आठ जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। कूचबिहार जिले में शुक्रवार सुबह तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। भाजपा नेतृत्व ने आरोप लगाया कि टीएमसी द्वारा समर्थित गुंडों ने उनके समर्थकों पर अकारण हमले किए, जबकि भाजपा समर्थक 12 घंटे के बंद के समर्थन में शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे।
वहीं, टीएमसी ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा बंद को लेकर जिले में सामान्य जनजीवन को बाधित करने के भाजपा समर्थकों के जबरदस्ती प्रयास के खिलाफ स्थानीय लोगों के विरोध के बाद झड़पें हुईं। सत्तारूढ़ दल के नेतृत्व ने यह भी आरोप लगाया कि बंद को लागू कराने के लिए भाजपा समर्थकों ने यात्रियों को ले जा रही बसों पर पथराव किया। कूचबिहार जिले में कई जगहों पर भाजपा समर्थक सड़क जाम कर टायर जलाकर विरोध जताते दिखाई दिए। जलपाईगुड़ी जिले से भी पुलिस बलों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प की सूचना मिली है।
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी शुक्रवार को जिले में जनसभा करने वाले हैं, जिले में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। शुक्रवार सुबह से सुरक्षाकर्मियों ने भाजपा समर्थकों को बंद लागू करने से रोकने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप जिले के कुछ हिस्सों में झड़पें भी हुईं। जलपाईगुड़ी जिले के कुमारग्राम विधानसभा क्षेत्र से पार्टी विधायक सहित कुल 16 भाजपा समर्थकों को शुक्रवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जब वे बंद के समर्थन में धरना दे रहे थे।
दार्जिलिंग जिले के प्रमुख शहर सिलीगुड़ी में भी तनाव फैल गया क्योंकि स्थानीय पार्टी विधायक शंकर घोष के नेतृत्व में भाजपा समर्थकों ने पुलिस वाहनों के सामने बैठकर विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस कर्मियों और आक्रोशित भाजपा समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। घोष को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। घोष ने कहा, पुलिस सत्ताधारी पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रही है। एक राजबंशी युवक को पुलिस ने गोली मार दी। भाजपा में विरोध में सड़कों पर उतरने का साहस था।