आदिपुरुष पर सियासत, बैन को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में माइंड गेम
दुर्ग/रायपुर/सरगुजा: फिल्म आदिपुरूष में आपित्तजनक सीन और डायलॉग के विरोध में कांग्रेस पहले पहले से मुखर है. साहित्य और कलाप्रेमियों के साथ ही अन्य वर्ग से भी विरोध की आवाज बुलंद हो रही है. भाजपा की ओर से इसमें नया नाम दुर्ग सांसद विजय बघेल का भी जुड़ गया है. रविवार को दुर्ग से भाजपा सांसद विजय बघेल ने कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव किया और पूरे देश में फिल्म को बैन करने की मांग की. साथ ही सेंसर की ओर से फिल्म के आपत्तिजनक सीन और डायलॉग हटाने के लिए कलेक्टर के नाम एएसपी संजय ध्रुव को ज्ञापन दिया. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने आदिपुरुष को छत्तीसगढ़ में बैन करने की मांग की तो सीएम बघेल ने भी तुरंत पलटवार किया और मामले में केंद्र सरकार को घेर लिया.
एफआईआर दर्ज करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की मांग: भाजपा सांसद विजय बघेल ने कहा कि "आदिपुरूष नाम की एक फिल्म है. पता नहीं किस मानसिकता से बनाई गई है. निर्माता निर्देशक इसमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान सहित अनेक आदर्शों का चित्रण है. उन आदर्शों का गलत ढंग से चित्रण किया गया है. ये आपत्तिनजक है और कानूनी, धामिर्क एवं संवैधानिक दृष्टिकोण से भी बहुत गलत है. इस पर तत्काल बैन लगाया जाए और उनके ऊपर एफआईआर दर्ज करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने इस फिल्म को बनाया है."
केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ में बैन की रखी मांग: केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में लिखा है कि "फिल्म आदिपुरुष, जो रामायण पर आधारित है. जिसमें हमारे आराध्य प्रभु श्रीराम, माता जानकी, वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरीके से किया गया है पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से भद्दे डायलाग्स बोले गये हैं, इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से आशा करती हूं कि श्रीराम के ननिहाल में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे."
छत्तीसगढ़ में आदिपुरुष फिल्म बैन करने पर बोले सीएम बघेल: राजधानी के ऑडिटोरियम हॉल मेकाहारा में रविवार को आयोजित सदगुरू कबीर स्मृति महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बातचीत में आदिपुरुष फिल्म की भी चर्चा की. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से आदिपुरुष फिल्म पर छत्तीसगढ़ में बैन लगाए जाने की मांग की है. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "सबसे अच्छा तरीका है, सब सुन लिए हैं तो उसको देखने ही ना जाए. क्या किसी की जबरदस्ती है देखना. पैसा आपका है समय आपका है, आप किस में व्यतीत करना चाहते हैं वह महत्वपूर्ण है. जब इस प्रकार से हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात है तो ना जाएं."
कांग्रेस और बीजेपी में माइंड गेम
सेंसर बोर्ड के बहाने केंद्र सरकार पर बोला हमला: सेंसर बोर्ड के बहाने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुएमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "सेंसर बोर्ड को देखना चाहिए था. जिस प्रकार से जो हमारे महापुरुष हैं, जो हमारे आराध्य हैं, उनके मुख से इस प्रकार से शब्दों को बुलवाना क्या कोई उचित बात है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए."
आस्था से खिलवाड़ पर बघेल ने केंद्र से मांगा जवाब: आदिपुरुष विवाद परट्वीट कर सीएम बघेल ने इसके लिए केंद्र से जवाब मांगा है. सीएम ने लिखा "मैंने 'आदिपुरुष' के बारे पढ़ा और सुना. अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आखिर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फिल्म को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है. हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है. केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा. हमारे भांचा राम का अपमान हम नहीं सहेंगे. जिम्मेदार लोग माफी मांगें."
मनेंद्रगढ़ में सड़कों पर उतरे कला व साहित्यप्रेमी: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में शनिवार को आदिपुरुष फिल्म के खिलाफ कोरिया साहित्य एवं कला मंच के लोग जुटे और फिल्म के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों ने कहा कि इस फिल्म में राम, सीता और रावण की भूमिका निभा रहे किरदारों की भाषा बहुत ही निम्न स्तर की है. यह आपत्तिजनक है. इससे हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण का अपमान हो रहा है. भगवान श्री राम और माता सीता की छवि खराब हो रही है. यह फिल्म वाल्मिकी रचित रामायण पर आधारित है. लेकिन पात्रों का अभिनय हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाती है. यह फिल्म हमारी पीढ़ी के संस्कारों को खराब कर देगी. बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ेगा. इसलिए इस फिल्म पर पूरे देश में बैन लगनी चाहिए.